Changing data into story is an art. This article discusses systematic step which are used in changing data into a article and story.
कैसे बदलते हैं डेटा को एक स्टोरी में changing data into a story
किसी डेटा को एक स्टोरी में बदलना भी एक कला है। यह बहुत ही बारीक बदलाव होता है। इस प्रकार के कार्य को करने के सन्दर्भ में डेटा पत्रकार को इस बात पर ध्यान देना होता है कि इसमें क्या स्टोरी है, जिसे कि बताया जा सकता है। किसी भी विषय क्षेत्र जैसे वित्त, स्वास्थ्य, पर्यावरण कृषि राजनीति, अपराध, दुर्घटना, पर्यावरण, स्वास्थ्य आदि के क्षेत्रों में इस प्रकार की डेटा का इस्तेमाल किया जाता है। हम कह सकते है कि सभी प्रकार की स्टोरी में डेटा का इस्तेमाल किया जाता है।
किसी डेटा को स्टोरी में बदलने की प्रक्रिया निम्न चरणों से हो करके गुजरता है। changing data into a story
डेटा को प्राप्त करना – किसी भी विषय पर कोई स्टोरी तैयार करनी होती है, सर्वप्रथम एक विष्वसनीय स्रोत से डाटा को प्राप्त करना आवष्यक होता है। इस प्रकार के डेटा सब जगहों पर सहज उपलब्ध नही हो सकते हैं। भिन्न भिन्न स्रोतों से भिन्न भिन्न प्रकार के डेटा दिये जाते हैं। इस प्रकार के डेटा सरकार के कार्यालयों से ले करके विभिन्न प्रकार की ऐजेंसियों से प्राप्त किया जा सकता है। विष्व की विभिन्न संस्थाओं के पास भी इस प्रकार के डेटा होते है। क्राउड सोर्सिस से डेटा तैयार भी किये जा सकते हैं। डाटा को सही प्रकार से लेने के लिए साफ्टवेयर विकसित किये गये हैं।
डेटा को सरल करना – सामान्यतौर पर जो भी डेटा होते हैं, वह इस रूप में नही होते है कि उन्हे आम जन के बीच दिखाया जा सके। इस रूप में प्रस्तुत होने पर वे समझ में भी नही आ सकते है। इसलिए उसे स्पष्ट करने की आवष्यकता होती है। इसमें इतने पॅंक्ति एवं कालम होते है कि उन्हे सार्ट करना पड़ता है। बहुत से डेटा को सही करना रहता है। दसरे शब्दो मे ंहम कह सकते है उनकी सफाई एक सही स्वरूप एवं आवष्यक परिवर्तन करना रहता है। इस सन्दर्भ में भी विविध प्रकार के डिजिटल टूल भी आ गये हैं। इस प्रकार के टूल डेटा को फार्मेट करने से ले करके अपलोड करने के लिए उपयोग किये जाते हैं।
डेटा का दृष्यांकन – किसी प्रकार के डेटा का पैटर्न को दर्षाया जाता है। इसमें इसे स्थिर या फिर ऐनीमेटेड पिक्चर के तौर पर दर्षाया जाता है। किसी भी प्रकार के डेटा को ग्राफ एवं चार्ट आदि के तौर पर प्रस्तुत करना रहता है। बहुत प्रकार के डिजिटल एप्लीकेषन आ गये है। ये डेटा को आवष्यकतानुसार आवष्यक रूप देते है। इसकी मदद से विविध प्रकार के चार्ट एवं अन्य ग्रैफिक बनाये जा सकते हैं या फिर मैप आदि दिखाया जा सकता है। एक सही प्रकार के डेटा प्रदर्षन के लिए पत्रकार सन्दर्भयुक्त उपयुक्त फार्मेट का इस्तेमाल करना चाहिए।
स्टोरी का प्रकाषन – किसी भी प्रकार के डेटा को प्रकाषन एवं दर्षाने के लिए विविध प्रकार के विकल्प उपलब्ध है। किसी एक समाचार के साथ इस प्रकार के डेटा को जोड़ करके प्रस्तुत करने की आवष्यकता हो सकती है। इस प्रकार से प्रकार के डेटा के साथ विजुअल के साथ विजूअल एवं डेटा को जोड़ते है।
डेटा का डिजिटल वितरण – जब विविध प्रकार के डिवाइस जैसे वेब, टेबलेट, मोबाइल पर डेटा को वितरीत करना रहता है जिससे कि लोग उसे आसानी से प्राप्त कर सके। डेटा तक लोगों का एक्सेस होना एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। इस प्रकार के एक्सेस की मदद से लोग अन्य प्रकार के स्टोरी तैयार कर सकते है। पत्रकारों को डेटा के उस लिंक देना चाहिए जिससे कि व्यक्ति उस लिंक तक जा सके।
प्रभाव का मापन – यह भी देखना महत्वपूर्ण है कि इस प्रकार के डेटा को एक निष्चित समयावधि में कितने लोग देखते हैं और किस प्रकार से उपयोग करते हैं, इससे भी उपयोगी जानकारी मिलती है। डेटा के उपयोग को मापने के सन्दर्भ में भी कई प्रकार के टूल विकसित कर लिए गये है। इनका उपयोग करके इसके बाते में बहुत ही बारीकी के साथ पता लगाया जा सकता है। इससे भविष्य में डेटा उपयोग के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण बातों की जानकारी प्राप्त होती है। changing data into a story