December 22, 2024

Interpersonal communication is a kind of communication which takes place between two persons. This article discusses some important aspects of this kind of communication

     इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन या अन्तव्र्यक्ति संचार लोगों के बीच संचार करने का एक दूसरा रूप है । इसमें कि दो व्यक्ति शामिल होते हैं। संचार के इस स्वरूप में सामान्य तौर पर चक्रीय रूप में होता है । अर्थात इसमें शामिल व्यक्ति एक ही समय में प्रेषक एवं संदेशग्राही दोनों की भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार का संचार आमने-सामने हो करके किया जाता है। इसमें शामिल व्यक्तियों की संख्या तीन चार भी हो सकती है। किन्तु व्यक्तियों की दो से अधिक संख्या होने पर इसका स्वरूप समूह संचार के रूप में होने लगता है। तकनीको की उपलब्धता ने इस प्रकार के संचार को दूर से भी करने की सुविधा प्रदान कर दी है। 

Intrapersonal communication

 Objectives of Interpersonal communication

  अंतर व्यक्ति संचार का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जाता है। यह सूचना को लेने देने के लिए, एक दूसरे को प्रभावित करने के लिए, संपर्क बनाने के लिए और आपसी संबंधों को बनाए रखने के लिए किया जाता है। इसी प्रकार से अंतर व्यक्ति संचार का उद्देश्य अपनी निजी आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु भी होता है। इसका उपयोग दूसरों की आवश्यकताओं को जानने समझने के लिए भी किया जाता है। विभिन्न प्रकार की समस्याओं के समाधान और उस पर निर्णय के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

            अंतर व्यक्ति संचार का एक मुख्य उद्देश्य एक दूसरे को भावनात्मक रूप से सहायता प्रदान करना भी होता है। इस संचार का उपयोग एक  दूसरे को जानने समझने के लिए  किया जाता है। इसके माध्यम से विभिन्न स्थानों पर एक दूसरे के बीच संबंधों में सही प्रकार से संतुलन बनाए रखने के लिए किया जाता है। किसी विषय पर विचार करने, विवाद एवं समस्या का समाधान करने, योजना बनाने के लिए भी इस प्रकार के संचार का उपयोग किया जाता है। आपसी रिश्तो को बनाये रखने एवं उन्हे सजीव करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। सूचना ज्ञान एवं मनांरंजन हेतु भी इस प्रकार के संचार का उपयोग किया जाता है।

Group communication

 Importance of Interpersonal communication

      अंतरव्यक्ति संचार का हमारे जीवन में अत्यंत महत्व है। हमारे जीवन की सारी उपलब्धियां हमारी संचार कुशलता पर ही निर्भर करती है। यह जितना ही सही और अच्छा होता है, हमारे जीवन में कार्यों की सफलता उतनी ही सही प्रकार से होती है। जब हम यह अच्छे तरीके से किसी से संचार करते हैं, तो हम अपनी बातों को सही प्रकार से लोगों के समक्ष रख सकते हैं।

      व्यवसाय करने के सन्दर्भ में अंतर व्यक्ति संचार का बहुत ही महत्व होता है। इसकी मदद से लोगों से संबंध भी अच्छी तरीके से हम सम्बन्ध बना सकते हैं। किसी भी प्रकार के विवाद आदि की स्थिति में इस संचार के माध्यम से हम उसे सही प्रकार से हल कर सकते हैं। दूसरे व्यक्तियों से संबंधों को अंतर व्यक्ति संचार के माध्यम से हम अधिक से अधिक प्रभावी बना सकते हैं। सामाजिक समरसता को बनाये रखने में भी एक दूसरे के बीच इस प्रकार का संचार मदद करता है।

Elements of Communication

Kinds of Interpersonal communication

अन्तव्र्यक्ति संचार को कई भागों में वर्गीकृत कर सकते हैं।

Verbal Interpersonal communication

वरबल संचार – इस प्रकार के संचार के अंतर्गत लोगों से बोलकर के संचार किया जाता है। इसमें हम शब्दों का किस तरीके से सही ढंग से उपयोग कर रहे हैं, वह संचार की प्रक्रिया और प्रभाव को काफी हद तक निर्धारित करता है। सकारात्मक ढंग से बोले गए शब्द सकारात्मक एवं नकारात्मक बोले शब्द नकारात्मक ढंग से अपना प्रभाव डालते हैं।

Written Interpersonal communication

 लिखित  संचार –  इस प्रकार के संचार के अंतर्गत आपस में लिख करके संचार किया जाता है। सूचना तकनीकी आ आने के पश्चात लिखित संचार का काफी अधिक विस्तार हुआ है। इस संचार की अपनी सहूलियत होती है। यह संचार वर्बल संचार की तुलना में अपेक्षाकृत धीमी गति से होता है। यह संचार विस्थापित रूप में भी होता है। अर्थात् सन्देश जब दिया जाता है, उसके कुछ समय पश्चात ही वाॅंछित जगह पर व्यक्ति उसे देखत एवं पढ़ता है। लिखित संचार के बारे में अलग से विस्तार के साथ चर्चा की गयी है।

Nonverbal Interpersonal communication

नॉनवर्बल संचार –  इस प्रकार से संचार के अंतर्गत व्यक्ति अपने बॉडी लैंग्वेज, चेहरे की अभिव्यक्ति, आवाज की टोन आदि का इस्तेमाल करता है। चेहरे के हाव भाव, बोलने का तरीका, खड़े होन का ढंग या बाडी पोस्चर इस प्रकार के संचार के अन्तर्गत आते हैं। कुछ नानवर्बल संकेत या तौर तरीका तो अपने आप में एक पूर्ण सन्देश का ही कार्य करते हैं। इसके बारे में अलग से विस्तार से चर्चा की गयी है।

Example of Interpersonal communication

Example of Interpersonal communication

अंतर व्यक्ति संचार के उदाहरण – अपने जीवन में हम सबसे अधिक अंतर व्यक्ति संचार करते है। ऑनलाइन माध्यम पर एक दूसरे के साथ विभिन्न प्रकार के सन्देश का आदान प्रदान, ई मेल, हमारे व्यवहारिक जीवन केअंतर व्यक्ति संचार का बहुत ही सामान्य उदाहरण है। ऑनलाइन माध्यम पर इस प्रकार के संचार काफी बढ़ गए हैं। इस संचार के अपने विविध पहलू है। जीवन की विविध प्रकार के गतिविधयों को करने के सन्दर्भ में एक दूसरे से किये जाने वाले संवाद इसके अन्तर्गत आते है।

        फोन कॉल अंतर व्यक्ति संचार का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। वर्तमान में मोबाइल उन लोगों के बीच  संचार करने का एक बहुत बड़ा साधन बन गया है। इस प्रकार के संचार के वर्बल तरीके से संदेशों दिए जाते हैं। किंतु नॉनवर्बल संचार के सभी तरीके बिल्कुल नहीं स्पष्ट हो पाता है। इसलिए वर्बल के संचार विभिन्न पहलू को ध्यान में रखकर के विचार किया जाना चाहिए, तभी प्रभावी संचार होता है।

संचार प्रेजेंटेशन के रूप में अंतर व्यक्ति संचार का उपयोग किया जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के लिखित, ग्रैफिक्स सामग्री का भौतिक रूप में अथवा किसी अन्य डिवाइस का इस्तेमाल करके अपने संदेश को देता है। वर्तमान में विभिन्न प्रकार के डिवाइस का उपयोग करके बहुत ही औपचारिक तो कभी बहुत ही अनौपचारिक दोनों तरीके से संचार किया जाता है।

Elements of Interpersonal communication

अंतर व्यक्ति संचार के घटक –  अंतर्गत संचार के अंतर्गत संचार कर्ता, श्रोता, संदेश,न्वायज,फीडबैक, कॉन्टेक्स्ट चैनल आदि आते हैं। इसमें प्रत्येक घटक अपने अपने ढंग से एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके बारे में अलग से चर्चा की गयी है। 

Smile in communication

Principles of Interpersonal communication

अंतर व्यक्ति संचार के सिद्धांत

       अंतर व्यक्ति संचार के अंतर्गत कुछ बातें काफी महत्वपूर्ण हैं। अगर इन्हें ध्यान में रख करके अंतर व्यक्ति संचार किया जाता है तो संचार बेहतर और प्रभावी होता है। अंतर व्यक्ति संचार से बच पाना सामान्तौर पर संभव नहीं है। अधिकतर स्थिति में यह होता रहता है, सिवाय इसके कि कोई अपने को सबसे बिल्कुल अलग थलग न कर लिया हो। अन्यथा वह जब कभी भी लोगों के साथ रहता है तो वरबल नानवर्बल तरीके से यह संचार करता रहता है। 

         वर्तमान में तो एकांत में रहने पर भी फोन एवं अन्य संचार साधनों के द्वारा वह लोगों से संचार करता है।

अंतर व्यक्ति संचार अनुत्क्रमणीय है। अर्थात इसे वापस नहीं किया जा सकता है। यह स्थिति उस में विशेष रूप से सत्य पाई जाती है जब कहीं पर आमने सामने हो करके वर्बल कम्युनिकेशन किया जा रहा होता है। यदि हम अपनी बात को क्षमा के साथ वापस भी लेते हैं तो भी लोग उन शब्दों को भूल नहीं पाते हैं। इसी तरीके से  कई बार जब सामग्री को वेब मीडिया पर पोस्ट कर दी जाती है। वह हमेशा के लिए उस पर रहती है। किंतु जब यह तकनीकों के माध्यम से प्रेषित संचार को वापस करने की सुविधा होती है, तो भी वह किसी न किसी रूप में मौजूद रहता है।

       समाज में अंतर व्यक्ति संचार का उपयोग व्यक्ति बहुत अधिक करता है। इसलिए इसे सही ढंग से करने के सन्दर्भ में व्यक्ति को अधिकतम समझ होनी चाहिए। इसके बारे में अध्ययन करके जानने समझने के साथ ही अपने अनुभव से सतत् सीखने का प्रयास करना चाहिए। इसके बारे में अलग अध्याय में चर्चा की गयी है।

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