December 22, 2024

Helical model of communication was given by Frank Dance in 1967. It explains communication in a different perspectives. Helical model संचार का हेलीकल मॉडल

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        Helical model of communication को सर्वप्रथम 1967 में संचार वैज्ञानिक फ्रेंक डांस Fanak dance द्वारा प्रस्तुत किया गया था। इस मॉडल में हैलीकल शब्द को हेलिक्स से लिया गया है। फ्रैंक डांस का मानना था कि संचार एक बहुत ही गतिशील प्रक्रिया है और यह स्थिर रूप में न हो करके गतिशील रूप में आगे बढ़ती जाती है और इसी साथ उन्होंने यह भी माना कि यह एक चक्रीय प्रक्रिया है अर्थात सीधे एक रेखा में न हो करके अरेखीय होता है। यह अरेखीय प्रक्रिया चक्राकार रूप में होती है।

          संचार का हेलिकल मॉडल के अनुसार संचार एक जटिल रूप में होता है। डांस एक साधारण हेलिक्स की मदद से संचार प्रक्रिया को स्पष्ट करने के प्रयास किया। हेलिक्स का आशय त्रिआयामी आकार होता है। यदि किसी तार को किसी सिलेंडर अथवा राड के चारों तरफ लपेटा जाए तो उससे निकलने वाली जो आकृति होती है, उसे हेलीकल का कहते हैं। बचपन मे हम विभिन्न प्रकार के खेल के दौरान डंडे के चारों तरफ रस्सी या तार लपेटने का कार्य अवष्यक किये रहते है।

किन्तु यहाॅ पर हेलिक्स का आकार थोड़ा विशेष ढंग का आकार होता है। जैसे-जैसे  हेलिक्स आगे बढ़ता है उसी के साथ साथ उसका आकार भी बढ़ता जाता है। इसे एक बहुत ही नए स्वरूप के मॉडल रूप में देखा गया। हेलिक्स का जो अपना आकार होता है, वह आधार में बहुत ही छोटा सा होता है । किंतु जैसे-जैसे यह आगे बढ़ता जाता है, वह बार बार वापस भी आता है और आगे भी बढ़ता जाता है और इस दौरान उसका आकार भी बढ़ता जाता है और ऊपर तो यह बहुत बड़े आकार में हो जाता है । इस प्रकार से यह एक चक्राकार रूप में होते हुए आगे बढ़ता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि इसका जो मॉडल है वह  रेखीय मॉडल और  चक्रीय मॉडल दोनों का मिला जुला रूप है । इसके पहले संचार को रेखीय एवं चक्रिय माडल के तौर पर अलग अलग ही परिभाषित किया जाता था।

       हेलिक्स माडल में संचार करने वाला व्यक्ति आरम्भ में सूचना को केवल कुछ लोगों के साथ जो भागीदारी की जाती थी, वह बाद में काफी बड़े रूप में फैल जाती है। धीरे धीरे यह एक बड़े क्षेत्र में लोगों के साथ किया जाने लगता है। यह इसकी अगला स्तर होता है।

Examples of Helical model

             यदि कोई व्यक्ति किसी कार्यालय में नए रूप में पद ग्रहण करता है, तो आरंभ में वह अपने बातचीत कुछ सीमित रूप में ही करता है। किंतु धीरे-धीरे उसका दायरा बढ़ता जाता है । फिर जैसे-जैसे वह कंपनी के संदर्भ में बाहर यात्रा करता है तो उसके संचार का दायरा और भी बढ़ता जाता है। इसी प्रकार से जब एक बच्चे का अपने बचपन में कम्युनिकेशन या संचार बहुत ही सीमित तरीके से होता है। आपने कुछ आवश्यकता ओं के संदर्भ में बहुत ही थोड़े लोगों से ही उसका संदेश होता है। किंतु जैसे जैसे वह बड़ा होता जाता है, उसी के साथ संचार के तौर तरीके का भी विकास होता है । उसके संचार का दायरा भी बढ़ता है। उसके विषय क्षेत्र भी बढ़ते हैं और लोगों से सम्पर्क भी बढ़ते हैं।

       हम यह कह सकते हैं कि आरंभ में जो संचार बहुत ही सरल तरीके से आरंभ हुआ, वह आगे चलकर के एक एक जटिल  साधन के रूप में विकसित हुआ। हेलीकल संचार मॉडल में पृष्ठभूमि का बहुत ही अधिक महत्व है। पीछे के घटना बातें और किसी प्रकार की सीख वर्तमान और आगे के दोनों के संदर्भ में बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। एक बच्चा बचपन में जो भाषा सीखता है और वह जिस तरीके से उसको उच्चारित करना रहता है, उसे एक बार सीख लेने के बाद वह अपने पूरे जीवन भर फिर उसी तरीके से उच्चारित करता है।

       जब कोई संचार हमारा में किसी भी तरीके से उत्पन्न होता है तो फिर आगे हुआ फिर वही संचार का तौर तरीका आगे बढ़कर के विकसित होता है।  वह अपने पीछे के पहलू से प्रभावित होता है । इस प्रकार संचार पहले आरंभ में बहुत ही सरल रूप में आरंभ होता है । फिर अपने पीछे की क्रियाकलापों को शामिल करते हुए आगे विकसित होता जाता है। इस रूप में कई बार वह आगे का जो तौर तरीका होता पीछे से थोड़ा भिन्न भी हो सकता है क्योंकि समय के साथ उसमें स्थिति में बदलाव और सुधार भी किया जाता है। इस तरीके से हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि संचार एक सतत प्रक्रिया है और समय के साथ थोड़ा मोड़ा बदलाव लेकर के आगे बढ़ता रहता है और उसमें सतत् विस्तार भी होता है। 

          फ्रैंक डांस का जो संचार मॉडल दिया गया है, उसमें समय एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। व्यक्ति अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के अनुभव प्राप्त करता है। जब भी एक ही तरीके के घटनाक्रम जीवन में घटित होते हैं, तो उस समय पूर्व के अनुभव उन स्थितियों से निपटने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। इस संचार मॉडल विभिन्न प्रकार की बातों को स्पष्ट करता है। किंतु यह बहुत ही सरल रूप में दिया गया है। कुल मिलाकर किया संचार माडल यही बताता है कि संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जो कि हम जो कुछ भी सीखते हैं, वह उसी का परिणाम होता है।

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