Characteristics of Advertising Copy – There are several Characteristics of Advertising Copy – This article describes the main Characteristics of a Advertising Copy
Advertising Copy
विज्ञापन की कापी को किसी माध्यम से प्रस्तुत किये जाने वाले सभी लिखित या बोली जाने वाली सामग्री के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसमें आंकड़े फोटो एवं अन्य प्रकार की सामग्री भी शामिल होते हैं । इसे ग्राहकों को लक्षित करके विज्ञापनदाता के वांछित संदेश को व्यक्त करने के लिए बनाए जाते हैं। इसमें मुख्य तत्व के तौर पर शीर्षक, उप-शीर्षक, चित्र, स्लोगन और बॉडी , आदि शामिल होते हैं।
किसी भी विज्ञापन को प्रभावी बनाना निर्माता का पहला उ्देश्य होता है। विज्ञापन की प्रभावशीलता इस बात पर निर्भर करती है कि विज्ञापन संदेश कितनी अच्छी तरह से बनाया गया है। इसके लिए एक अच्छी विज्ञापन कापी होनी आवश्यक है। विज्ञापन कापी में ग्राहकों को लक्षित करने के लिए विज्ञापन में संदेश के सभी लिखित या बोले गए तत्व शामिल हैं। संदेश ही किसी विज्ञापन अभियान का सबसे मुख्य भाग होता है। इसलिए, एक विज्ञापन कापी में जो संदेश दिया जाना है वह भावनात्मक, वर्णनात्मक, और तथ्यात्मक सभी रूप से पूर्ण होना चाहिए। कॉपीराइटर, कलाकार और लेआउट व्यक्ति का सामूहिक प्रयास से एक सफल विज्ञापन कापी तैयार की जाती है।
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अच्छे विज्ञापन कापी की मुख्य विशेषताएं
किसी भी विज्ञापन कापी के अच्छे होने की एक बहुत ही महत्वपूर्ण शर्त एक अच्छी विज्ञापन कापी का भी होना रहता है। एक अच्छी विज्ञापन कापी वह कापी है जो विज्ञापनदाता के संदेश को लक्षित दर्शकों तक पहुँचाने में हर प्रकार से सफल होती है। यहॉ पर एक अच्छे विज्ञापन कापी की विशेषताओं की चर्चा की गयी है। विज्ञान के निर्माण के सन्दर्भ में यह आवश्यक है कि उसमें निम्न विशेषताएं हो।
ध्यान खींचने वाला –
एक विज्ञापन कापी में को अपने उत्पाद के ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करना चाहिए। विज्ञापनदाता को किसी भी विज्ञापन पर काफी खर्च करना पड़ता है। इसे सार्थक बनाने के लिए यह आवश्यक है कि यह आकर्षक एवं ध्यान खींचने वाला हो । इसमें चित्रों, रंगों, नवीनताओं और प्रदर्शन का उपयोग किया जाना चाहिए। इसमें रचनात्मकता होनी चाहिए।
रूचि पैदा करने वाला –
किसी विज्ञापन कापी में केवल ध्यान आकर्षित करना पर्याप्त नही है वरन् इसमें कुछ इस प्रकार की बातें होनी चाहिए जिससे कि लोग उसके प्रति रूचि पैदा हो। इससे उन्हे उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित करने हेतु विज्ञापन प्रति ऐसी होनी चाहिए जो ग्राहक में रुचि पैदा करे। ग्राहक उत्पाद को उपयोग करने के प्रति रूचि ले।
सुलझावात्मक मूल्य –
एक अच्छी विज्ञापन प्रति का तीसरा आवश्यक मूल्य इसका सुलझावात्मक मूल्य है। इस उद्देश्य के लिए विज्ञापन प्रति में उत्पाद की खूबियों को शामिल करना चाहिए। उदाहरण के लिए, विविध प्रकार की कम्पनियॉं अपने विज्ञापन में विविध प्रकार की रणनीति अपना सकती है। इस उद्देश्य के लिए स्लोगन चित्रों, वाक्यांशों और सुझावों का उपयोग किया जा सकता है।
यादगार एवं स्वीकारता का गुण –
विज्ञापन कापी के ध्यान, रुचि और विचारोत्तेजक विज्ञापन का वांछित परिणाम तभी दे सकते है जब लोग इसे याद रखते है। इसलिए विज्ञापन कॉपी का लेआउट ऐसा होना चाहिए जो जनता के मन में स्थायी छाप छोड़े और लोग उसे स्वीकार करे। उसे पढ़ देख या सुन करके उसके प्रति एक सकारात्मक भाव रखे।
भावुकता का गुण –
कुछ उत्पाद की बिक्री खरीदारों की भावनाओं पर बहुत अधिक निर्भर करती है। यह खाद्य उत्पादों के मामले में विशेष रूप से सच है। लोग उस स्थान का चयन करते हैं जहाँ उन्हें संतोषजनक सेवा के साथ अच्छा व्यवहार मिलता है। विज्ञापन कॉपी में किस तरह की बातों को प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
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शिक्षाप्रद और रचनात्मकता –
एक अच्छी विज्ञापन प्रति के लिए एक और महत्वपूर्ण अनिवार्यता यह है कि यह शिक्षाप्रद और रचनात्मक होनी चाहिए। किसी विज्ञापन प्रति का शिक्षाप्रद और रचनात्मक मूल्य उन उत्पादों के मामले में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो मौजूदा उत्पादों को बदलने के लिए हैं।
किसी भी विज्ञापन में रचनात्मकता का गुण होना चाहिए। इसका आशय यही है कि वह पूर्व में दिखाये गये विज्ञापन की नकल नही होनी चाहिए। इससे दर्शकों पर एक नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसी प्रतिलिपि को इस तरह से डिजाइन किया जाना चाहिए कि ग्राहक को इन उत्पादों का उपयोग करने से मिलने वाले सभी प्रकार के फायदे के बारे में जानकारी प्रदान की जा सके।
आसान भाषा एवं स्पष्टता-
एक अच्छी विज्ञापन कापी की भाषा बहुत ही सरल एवं सुगम होनी चाहिए जिससे कि जन सामान्य को वह आसानी से समझ में आये । कोई भी ऐसी तकनीकी बात नही कहनी चाहिए जिसे कि समझने में कठिनाई महसूस होती हो। कठिन शब्दों एवं बातों को आसान ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए। उसके आसान विकल्प दिया जाना चाहिए।
संक्षिप्तता –
विज्ञापन कापी को बहुत लम्बे रूप में नही तैयार किया जाना चाहिए। इससे लोग उसे सुनने एवं देखने पढ़ने से दूर होने लगते है। अतः एक विज्ञापन को यथासंभव छोटे रूप में ही देना चाहिए। लम्बे रूप में बातों को प्रस्तुत करने पर वह मुख्य बातों को से ध्यान भी भंग होने लगता है।
मुख्य बात पर केन्द्रित –
कोई भी विज्ञापन मुख्य बात पर केन्द्रित होना चाहिए। इसमें लम्बे चौड़े बातों को कहने का अवसर नही मिलता है। विज्ञापन के लिए बहुत ही कम समय या स्थान होता है अतः उसमें जो बातें मुख्यतः कहनी रहती है उसी के अनुरूप होनी चाहिए।
प्रसारण माध्यम के अनुकूल –
कोई भी विज्ञापन का जिस माध्यम से प्रसारण किया जाना रहता है उसके अनुकूल ही उसकी विज्ञापन कापी लिखी गयी होनी चाहिए। प्रत्येक माध्यम की अपनी खास ढंग की विशेषताएं होती है। उसी को ध्यान में रख करके विज्ञापन कापी लिखी जाती है।
निष्कर्ष –
इस प्रकार से कोई भी विज्ञापन कापी में उपयुक्त बातों को शामिल किया जाना चाहिए। इससे उसे प्रभावी ढंग से विज्ञापन बनाने में मदद मिलती है।