December 22, 2024

Fake news is a false news given in various forms. This article explains various important aspects of fake news .

fake news

क्या है फेक समाचार What is fake news

वर्तमान में सोशल मीडिया एवं अन्य डिजिटल प्लेटफार्म पर फेक समाचारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। फेक समाचार झूठे एवं गुमराह करने वाले समाचार होते है। इसे एक सत्य समाचार के रूप में प्रसारित किया जाता है। इसे आडियो, वीडियो, टैक्स्ट के तौर पर इसे इलेक्टानिक या फिर प्रिंट फार्म में प्रसारित किया जाता है। फेक समाचार को कई अन्य नामों से भी जानते हैं। इसे जंक समाचार, सूडो समाचार, एल्टरनेटिव समाचार, झूठे समाचार आदि नामों से जानते है। इसी क्रम में एक अन्य पद डिशइंफॉर्मेशन का भी इस्तेमाल किया जाता है । प्रोपेगडा भी एक फेक समाचार हो सकता है। इसका आशय वे समाचार होते हैं जो कि जानबूझ करके जनता को प्रभावित करने के लिए दिये जाते हैं।

फेक समाचार को देने का प्रचलन काफी पहले से रहा है। अब डिजिटल तकनीक की सहज उपलब्धता के कारण वर्तमान में यह काफी अधिक संख्या में दिये जा रहे हैं। पूर्व में भी फेक समाचार इसकी कोई बहुत स्पष्ट परिभाषा नही दी गयी है। किन्तु किसी भी प्रकार के झूठे एवं गुमराह करने वाले समाचार को फेक समाचार के तौर पर कहा जाता है। फेक समाचार के अन्तर्गत उन समाचारों को भी कहा जाता है जो अपने आप में सत्य होते हैं, किन्तु उसे गलत सन्दर्भ में प्रस्तुत किया जाता है।

फेक समाचार के विविध रूप Different forms of fake news


फेक समाचार विविध रूपों में होते हैं । समाचार पत्रों में इसे समाचार , लेख, इंटरव्यू आदि रूपों में दिया जा सकता है । समाचार को इसके प्रस्तुत करने का तौर तरीका भी इसे फेक समाचार बनाने में एक बड़ी भूमिका निभाता है।सोशल मीडिया पर ही फेक समाचार सबसे अधिक पाये जाते हैं। सामान्यतौर पर पहले इसे टैक्स्ट रूप में दिया जाता रहा है। किन्तु डिजिटल तकनीक के आ जाने के बाद अब इन्हे आडियो, वीडियो, फोटो, टैक्स्ट रूपों में दिया जाना बहुत ही आसान हो गया है। वर्तमान में सोशल मीडिया पर सनसनीखेज ढंग से समाचार देने के प्रचलन काफी बढ़ता जा रहा है। यह थोड़ी ही देर में वायरल हो करके लाखों लोगों तक पहुंच जाता है

कई बार पूर्व में घटी किसी सत्य घटना को बाद की किसी दूसरी घटना के सन्दर्भ में उससे जोड़ करके प्रस्तुत किया जाता है। यह भी एक प्रकार का फेक समाचार है। इसी प्रकार से व्यॅग्यपूर्ण लेख में कही गयी बातों को भी एक गंभीर प्रकार से प्रस्तुत किया जा सकता है। फेक समाचार का लगातार विस्तार हो रहा है। ये मुख्य धारा की मीडिया में भी धीरे धीरे अपनी जगह बना रहे है।

इसे भी पढ़ें – डीप फेक
फेक समाचार का कारण Causes of fake news

फेक समाचार देने के पीछे विविध प्रकार के मन्तव्य और कारण हो सकते हैं। लोगों के सम्मान को नुकसान पहुॅचाना इसका एक बहुत ही महत्वपूर्ण उद्देश्य होता है। इसी प्रकार से धन कमाना भी फेक समाचार का एक अन्य उद्देश्य होता है। विभिन्न व्यक्ति एवं समूह इस प्रकार के समाचार के माध्यम से अपने स्वार्थो को पूरा करने की कोशिश करते है। राजनीतिक विरोध के कारण भी एक दूसरे के खिलाफ विविध प्रकार से फेक समाचार दिये जाते हैं।

चुनावों के दौर में तो फेक समाचार के माध्यम से एक दूसरें पर मानहानि करने का काफी अधिक प्रयास किया जाता है। जब किसी झूठ को बार बार कहा जाता है और उसे विविध डिजिटल प्लेटफार्म पर दिया जाता है । फिर वह एक फेक न्यूज का रूप धारण कर लेता है। डिजिटल माध्यम पर फेक समाचार बनाने के लिए विविध प्रकार की सुविधाएं भी आ गयी हैं । इस कारण से आडियो, वीडियो, टैक्स्ट एवं फोटो में बदलाव करके उसे फेक समाचार के तौर पर प्रस्तुत करना आसान हो गया है। पारम्परिक माध्यमोें की गिरती विश्वसनीयता ने भी फेक समाचारों के लिए एक बहुत ही अनुकूल स्थितियां बना दी है। इस प्रकार वे लोगों को सही तथ्यों के प्रति भ्रम उत्पन्न करते है। सोषल मीडिया पर किसी समाचार को वायरल करके लोग अधिक से अधिक लोगों तक पहुॅचाने के लिए भी फेक समाचारों को बनाते हैं।

फेक समाचार का प्रभाव – Effect of fake news

फेक समाचार का समाज पर कई प्रकार से प्रभाव पड़ रहा है। इस प्रकार के समाचार के माध्यम से लोगों को गुमराह किया जाता है। पूरे समाज में एक गलत एवं झूठी धारणा बनती है । इसमें दिये जाने वाले झूठे समाचारों के कारण से लोग हैरान परेशान होते हैं। । फेक समाचार के कारण व्यक्ति, संस्था की गलत ढंग की सकारात्मक या नकारात्मक तस्वीर बनती है। यह वास्तविक एवं सत्य समाचार के प्रभाव को कम कर सकता है। कई बार यह भी देखने मे आया है कि वास्तविक समाचार की तुलना में लोग फेक समाचार को कहीं अधिक पढ़ते हैं। इस प्रकार की पत्रकारिता के कारण गंभीर पत्रकारिता के प्रति विश्वास को कम होने की भी आशंका हो जाती है। इस प्रकार के समाचार के प्रति ही लोग आशंका व्यक्त करने लगते हैं। फेक समाचार के आधार पर लोग गलत निर्णय भी ले लेते हैं।

इसे भी पढ़ें-https://timesofindia.indiatimes.com/times-fact-check


फेक समाचार रोकने के प्रयास – Measures to prevent fake news


फेक समाचारों से निपटने के लिए विविध प्रकार से प्रयास भी किये जा रहे है। इसे रेग्युलेट करने के सन्दर्भ में कई स्तरों पर प्रयास की मॉग की जा रही है। सोषल मीडिया पर इस प्रकार के समाचारों की पहचान करने एवं उसे हटाने के लिए कानून भी बनाये जा रहे हैं। फेक समाचार एवं अन्य प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री को हटाने के लिए सरकार द्वारा आई एक्ट के अन्तर्गत कानून लाया गया है। इसमेें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गयी किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री हटाने के सन्दर्भ में कई स्तरों पर प्रावधान किये गये है। फेक समाचारों के बारे में समाज में जागरूकता फेलाने की आवष्यकता है। विभिन्न प्रकार के समाचारपत्र फेक समाचार की जॉच करके उसके बारे में स्पष्टी करण देते रहते हैं। सभी महत्वपूर्ण सोशल मीडिया भी अपने प्लेटफार्म पर इसकी जॉच करके इसे रोकनेका प्रयास करते हैं।


फेक समाचार कुल मिला करके झूठे होते हैं। किन्तु इसमें काफी अधिक आकर्षण होते है। ये काफी रोचक होते है और इसकी अपनी एक खास अपील होती है। किन्तु फेक समाचरों से बचने के लिए यह आवष्यक है कि व्यक्ति फक समाचारों की पहचाने और उससे बचे।

इसे भी पढ़े – कैसे करे फेक समाचार की पहचान ।

error: Content is protected !!